- World Wide
- International
- National
- State
- Union Territory
- Capital
- Social
- Political
- Legal
- Finance
- Education
- Medical
- Science & Tech.
- Information & Tech.
- Agriculture
- Industry
- Corporate
- Business
- Career
- Govt. Policy & Programme
- Health
- Sports
- Festival & Astrology
- Crime
- Men
- Women
- Outfit
- Jewellery
- Cosmetics
- Make-Up
- Romance
- Arts & Culture
- Glamour
- Film
- Fashion
- Review
- Satire
- Award
- Recipe
- Food Court
- Wild Life
- Advice
खुद के दर्द से जाना फाइलेरिया का दर्द क्या होता है - मोजाहिद खान
-दर्द के एहसास ने ही दिया फाइलेरिया ग्रसित लोगों को जागरूक करने की प्रेरणा
-गोगरी प्रखंड के सलीम नगर गांव के राहत फाइलेरिया पेशेंट सपोर्ट ग्रुप के हैं लीडर
खगड़िया-
जिला के गोगरी प्रखंड के सलीम नगर गाँव निवासी मोजाहिद खान को महज 7 साल की उम्र से ही फाइलेरिया के लक्षण दिखने लगे थे। ये एक प्राकृतिक देन था जिसे मोजाहिद खान ने अपनी कमजोरी बनने नहीं दी। इस बीमारी से लड़ने का मन बनाया । डटकर उसका सामना करते हुए समुदाय को जागरूक करने का भी मन बनाया। इस कड़ी में मोजाहिद खान ने बचपन से ही फाइलेरिया के खिलाफ जंग छेड़ दी थी। अपने साथ समाज के लोगों को भी इस बीमारी से जागरूक करने लगे। खान साहब कहते हैं कि मेरे इस अभियान को तब एक नया रास्ता मिला जब मैं पेशेंट सपोर्ट ग्रुप से जुड़ा। अब तो मैं राहत फाइलेरिया पेशेंट सपोर्ट ग्रुप का लीडर बनकर फाइलेरिया उन्मूलन अभियान के लिए कार्य कर रह हूँ। इस सपोर्ट ग्रुप में अभी लगभग 10 सदस्य हैं। जो हमारे साथ खुद को इस बीमारी से राहत पाने के प्रति मुकम्मल रास्ता अपनाते हुए समाज के लोगों को भी जागरूक कर रहे हैं।
खुद के दर्द से ली प्रेरणा समाज के लोगों को जागरूक करने का :
मोजाहिद खान बताते हैं कि जब -जब मैं अपने हाथीपाँव को देखता तो लगता था कि मुझे इस कारण कितनी तकलीफ होती है। सोचता था मुझे तो बचपन से ही ये बीमारी है। जिन लोगों को लापरवाही के कारण ये विकृत बीमारी होती एवं उन लोगों को भी जागरूक करना चाहिए जो समय पर फाइलेरिया उन्मूलन अभियान के तहत दवा खिलाने के समय दवा नहीं खाते व बिन बुलाये मेहमान की तरह इस बीमारी को अपने पास बुला लेते हैं। मुझे उन लोगों के लिए कुछ करना है। फिर मैं निकल पड़ा अपने समाज को फाइलेरिया मुक्त करने। वो बताते हैं कि मेरे इस सामाजिक अभियान में मेरी पत्नी परवीना खातून भी कदम से कदम मिलाकर साथ दे रही है। जो खुद भी 4 साल पहले फाइलेरिया से ग्रसित हुई है। परवीना खातून वर्तमान में वार्ड सदस्य भी हैं। इस कारण वो एक जनप्रतिनिधि होते हुए अपनी जिम्मेदारी को बखूबी समझती हैं। समाज के लोगों को इस बीमारी के प्रति जागरूक करने में पूर्ण सहयोग करती हैं।
फाइलेरिया उन्मूलन के लिए जरूरी है पेशेंट सपोर्ट ग्रुप:
जिला वेक्टर जनित रोग नियंत्रण पदाधिकारी डॉ विजय कुमार ने बताया कि राष्ट्रीय फाइलेरिया उन्मूलन कार्यक्रम को सफल बनाने के लिए मोजाहिद खान जैसे समर्पित कार्यकर्ता को आगे आने कि जरूरत है। जो पेशेंट सपोर्ट ग्रुप की सहायता से समाज के लोगों के लिए फाइलेरिया बीमारी के प्रति जागरूकता का कार्य कर रहे हैं। मोजाहिद खान के द्वारा फाइलेरिया रोगियों की सुविधा के लिए बनाया गया फाइलेरिया पेशेंट सपोर्ट ग्रुप और उनके द्वारा फाइलेरिया उन्मूलन के लिए किया जाने वाला प्रयास सराहनीय है। ग्रुप के द्वारा फाइलेरिया के प्रति लोगों को जागरूक करने के लिए किए जाने वाले सराहनीय कार्य के परिणामस्वरूप जिला में आगामी फरवरी महीने में चलने वाले सर्वजन दवा सेवन कार्यक्रम को सफल बनाने में काफी मदद मिलेगी। यह फाइलेरिया मुक्त समाज बनाने के प्रति बहुत ही ठोस कदम होगा।
संबंधित पोस्ट
Follow Us On
Subscibe Latest News
SUBSCRIBE US TO GET NEWS IN MAILBOX
लाइव क्रिकेट स्कोर
शेअर मार्केट
Ticker Tape by TradingView
Stock Market by TradingView
रिपोर्टर
The Reporter specializes in covering a news beat, produces daily news for Aaple Rajya News
Swapnil Mhaske