संकीर्ण रास्तों पर स्वास्थ्य की व्यापक सुविधाओं को फैला रहा लड़ैया टांड़ एचडब्ल्यूसी

 

— तीन किलोमीटर से अधिक पैदल यात्रा कर पहुंचते हैं सीएचओ
— आधुनिक सुविधाओं की पहुंच से पहले पहुंच रही स्वास्थ्य सेवा

मुंगेर-

एक ऐसा हेल्थ एंड वेलनेस सेंटर जहां सड़कों से पहले स्वास्थ्य सुविधाएं पहुंचती है। कर्मियों की कर्मठता भी ऐसी कि वे छह किलोमीटर के पथरीले और संकीर्ण रास्तों से गुजरते हुए अपने स्वास्थ्य केंद्र पहुंचते है और समुदाय के बीच स्वास्थ्य समस्याओं का निदान भी करते हैं। यह एचडब्ल्यूसी मुंगेर जिले के लड़ैया टांड़ में स्थित है। दरअसल यह एचडब्ल्यूसी पहाड़ की तलहटी में होने के कारण यहां पहुंचना कठिन है। इसके अलावा यहां मिलने वाली स्तरीय सुविधाएं आस पास के सात हजार लोगों को अपनी ओर खींचती है।
इस बात का प्रमाण यहां रहने वाले स्थानीय ग्रामीण 45 वर्षीय नागेश्वर यादव देते हैं। उन्होंने बताया कि किसी भी तरह की स्वास्थ्य संबंधी परेशानी होने पर लगभग 15 किलोमीटर दूर प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र, धरहरा जाना पड़ता था। पर अब हम अपना ईलाज इसी स्वास्थ्य केंद्र में करवा लेते हैं वो आगे बताते हैं की गाँव में स्वास्थ्य केंद्र होने का सबसे बड़ा फायदा ये होता है की हमें पाने काम एवं मजदूरी का नुकसान उठाना नहीं पड़ता है । अगर कोई बड़ी स्वास्थ्य परेशानी होती है तभी यहां के स्वास्थ्य कर्मियों द्वारा निशुल्क एंबुलेंस के द्वारा प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र, धरहरा भेजा जाता है। यहां पर हम लोगों को विभिन्न बीमारियों की जांच के साथ ही बेहतर उपचार एवं जांच की भी सुविधा मिल जाती है।

तीन किलोमीटर से अधिक पैदल चलते हैं सीएचओ

लड़ैया टांड़ हेल्थ एंड वेलनेस केंद्र पर कार्यरत कम्युनिटी हेल्थ ऑफीसर रवि कुमार बताते हैं की इस केंद्र पर पहुँचने के लिये मुझे और एएनएम को तीन किलोमीटर से अधिक पैदल चलना होता है। यहां के लोग हमेशा स्वस्थ रहें इस बात का हम भरपूर प्रयास करते हैं। इस केंद्र के द्वारा हर रोज 25 लोगों का ओपीडी में इलाज किया जाता है. पुरे सात हजार की आबादी को संकीर्ण रास्ते को तय करते हुए 12 तरह के स्वास्थ्य सेवा के साथ 12 तरह जांच की भी उपलब्ध है।

रिपोर्टर

  • Swapnil Mhaske
    Swapnil Mhaske

    The Reporter specializes in covering a news beat, produces daily news for Aaple Rajya News

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